गोमती चक्र माला - Gomati Chakra Mala Gomati Chakra Mala को संस्कृत में धेनुपदी कहा जाता है। यह Gomati Chakra समुद्र में पाया जाता है। दक्षिण भारत में इसे Gomati Chakra कहा जाता है। पौराणिक काल में यह यज्ञवेदी के चारो ओर लगाया जाता था। राज तिलक के समय इसे सिंहासन के ऊपर छत्र पर लगाया जाता था। Gomati Chakra से अंगूठी व माला भी बनाई जाती है। इस को अगर आप गौर से देखते है। तो इसमें हिन्दी का 7 अंक लिखा दिखाई देता है, जो राहु का अंक है। और इससे धारण करने से राहु वश में रहेता है। जल में पाये जाने के कारण यह चंद्र गुणों से परिपूर्ण राहु-चंद्र की युति हो तो इसे अवस्य धारण करना चाइये। Gomati Chakra को आज भी कई गांवों में पशुओं के गले में गोमती चक्र को लाली कपड़े में बांध कर पहना देते हैं। और बहुत से किसान अपने खेत के चारो कोनो में इसे दबा देते हैं। यह आपको कही भी सरलता से बहुत ही कम कीमत में मिल जाता है। यह आपको पूजन सामग्री बेचने वाली दुकानों में भी मिल सकता है। ज्योतिष के अनुसार Gomati Chakra Mala को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया है। इसकी सहायता से जीवन की किसी भी समस्या से म