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जानिए क्या है स्फटिक माला के फायदे - Sphatik Mala Benefits

स्फटिक माला - Sphatik Mala  Sphatik Mala स्फटिक माला वैसे तो देखने में यह अन्य रत्नो की तरह ही होता है और यह देखने में बिलकुल कांच जैसा होता है। यह रत्न बहुत ठंडी प्रवति का होता है और इसकी खूबी यह है की इसको जितनी भी धूप में रखा जाये फिर भी यह गरम नहीं होता ठंडा ही रहता है। यह शरीर में धारण किया जाता है इन रत्नो से हार और कंगन भी फायदे देते है। इन रत्न में बहुत सी बीमारियों को ठीक करने की शक्ति होती है। कही वैद इस से बहुत सारी बीमारियाँ ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते है और यह काम अब भी किया जाता है । वेद शास्त्रों में इसके इस्तमाल के बहुत से फायदे बताये गए हैं । और बताया गया है की कैसे इस के इस्तमाल से बीमारियाँ भी ठीक होती है। यह Mala कोई भी धारण कर सकता है चाहे वो लड़का हो या औरत। Monday के दिन Sphatik Mala धारण करने से इंसान के मन में शान्ती बना रहता हैं और सिर दर्द भी नहीं होता। Sphatik Mala या फिर इसका रत्न को भी अपनी तिजोरी में रखने से Business में Benefits मिलता हैं। अगर बच्चो का पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं लगता हो और वे अपना दिमाग पढ़ाई में  मन न  कर पा रहें हो तो उ

जानिए क्या है स्फटिक माला के मंत्र का अचूक लाभ

स्फटिक माला - Sphatik Mala Sphatik Mala अन्य रत्नो की तरह होता है जो की सिलिकॉन और ऑक्सीज़न के एटम्स के मिलने से बना होता है यह देखने में बिलकुल कांच जैसा होता है और पारदर्शी होता है | इसका कोई भी रंग नहीं होता और इसको प्योर रत्नो और वाइट क्रिस्टल भी कहा जाता है | यह रत्न बहुत ठंडी प्रवति का होता है और इसकी खूबी यह है की इसको जितनी भी धूप में रखा जाये फिर भी यह गर्म नहीं होता ठंडा रहता है | इस रत्न को आभूषण के तौर पर शरीर पर धारण किया जाता है इसके बने हुए हार और कंगन बहुत लोकप्रिय है | Sphatik Mala में बहुत सी बीमारियों को ठीक करने की शक्ति होती है और रक्त विकार दूर करने के लिए भी बहुत उपयोगी है | पुराने समय में हमारे ऋषि, मुनि और वेद इसका इस्तेमाल करते आये है | वेद इसका भस्म का इस्तेमाल बहुत सारी बीमारियां ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते थे और अब भी किया जाता है | वेद शास्त्रों में इसके इस्तेमाल के बहुत से फायदे बताये गए है | स्फटिक माला के लाभ - Sphatik Mala ke Labh सबसे पहले पूर्णिमा वाले दिन सूर्यास्त के समय नहा कर सफ़ेद कपडे धारण कर ले | फिर उतर दिशा की तरफ मुँ

जानिए क्या है स्फटिक माला का महत्व

स्फटिक माला का महत्व - Importance Of Sphatik Mala Sphatik Mala शक्ति का प्रतीक है। लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा जाप के लिए यह माला उतम है तथा गायत्री मंत्र के लिए भी सर्वोतम है। इसके जप करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है, और क्रोध शान्त होता है। देवी जाप के लिए स्फटिक माला से मंत्र शीघ्र सिद्ध हो जाता है। उच्च रक्तचाप के रोगियों को व क्रोध शान्ति के लिए यह माला अचूक है। इसे फिटकरी भी कहा जाता है। सामान्यत: यह काँच जैसा प्रतीत होता है, परंतु यह काँच की अपेक्षा अधिक दीर्घजीवी होता है। कटाई में काँच के मुकाबले इसमें कोण अधिक उभरे होते हैं। इसकी प्रवृत्ति ठंडी होती है। अत: ज्वर, पित्त-विकार, निर्बलता तथा रक्त विकार जैसी व्याधियों में वैद्यजन इसकी भस्मी का प्रयोग करते हैं। स्फटिक को नग के बजाय माला के रूप में पहना जाता है। स्फटिक माला को भगवती लक्ष्मी का रूप माना जाता है। स्फटिक शुक्र ग्रह से सम्बंधित होता है यदि व्यक्ति इसकी माला को धारण करता है तो वह शुक्र ग्रह के हानिकारक प्रभाव से बच सकता है। यह माला एकाग्रता, सम्पन्नता और शान्ति की माला मानी जाती है। माँ सरस्वती और मा

जानिए कैसे करें सही स्फटिक माला की जाँच - How To Check Original Sphatik Mala Check

जानिए कैसे करें सही स्फटिक माला की जाँच - How To Check Original Sphatik Mala  Original Sphatik Mala की पहचान यह है की ये और सभी मालाओं से अधिक चमकता है| अगर इसके मोती में चमक ना हो समझ लीजिए की ये कोई और माला है। इसके अलावे Sphatik Mala को जाच ने के लिए अच्छा Tarika यह है की इसे अँधेरे में आपस में रगड़ने से चमक उत्पनन होगी | अगर यह आपस में रगड़ने से चमकता है तो इसका मतलब की आपके पास ओरिजिनल है और अगर यह रगड़ने नहीं से चमकता तो समझ लीजिये की यह ओरिजिनल स्फटिक माला नहीं है | Sphatik Mala  शक्ति का प्रतीक है। लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा जाप के लिए यह माला उतम है तथा गायत्री मंत्र के लिए भी सर्वोतम है। इसके जप करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है, और क्रोध शान्त होता है। देवी जाप के लिए Sphatik Mala  से मंत्र शीघ्र सिद्ध हो जाता है। उच्च रक्तचाप के रोगियों को व क्रोध शान्ति के लिए यह माला अचूक है। इसे फिटकरी भी कहा जाता है। सामान्यत: यह काँच जैसा प्रतीत होता है, परंतु यह काँच की अपेक्षा अधिक दीर्घजीवी होता है। कटाई में काँच के मुकाबले इसमें कोण अधिक उभरे होते हैं। इसकी प्रवृत्ति ठंडी

स्फटिक माला के उपयोग जिनसे आपकी किस्मत बदल जाएगी

स्फटिक माला - Sphatik Mala Sphatik mala  ( स्फटिक माला) वैसे तो देखने में यह अन्य रत्नो की तरह ही होता है| और यह देखने में बिलकुल कांच जैसा होता है| यह रत्न बहुत ठंडी प्रवति का होता है और इसकी खूबी यह है की इसको जितनी भी धूप में रखा जाये फिर भी यह गरम नहीं होता ठंडा ही रहता है| यह शरीर में धारण किया जाता है इन रत्नो से हार और कंगन भी फायदे देते है| इन रत्न में बहुत सी बीमारियों को ठीक करने की शक्ति होती है| कही वैद इस से बहुत सारी बीमारयां ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते है और यह काम अब भी किया जाता है |  वेद शास्त्रों में इसके इस्तमाल के बहुत से फायदे बताये गए हैं | और बताया गया है की कैसे इस के इस्तमाल से बिमारिय भी ठीक होती है | माता लक्ष्मी की उपासना के लिए स्फटिक की माला शुभ मानी गई है। स्फटिक पंचमुखी ब्रह्मा का स्वरूप है। मां लक्ष्‍मी और संसार के रचयिता ब्रह्मा जी की कृपा पाने के लिए इस माला का प्रयोग लाभकारी माना जाता है। स्फटिक माला के उपयोग - Sphatik Mala Ke Upyog 108 मनको वाली स्फटिक माला का इस्तेमाल करके नीचे दिया गया सरस्वती मन्त्र